समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म खान (Azam Khan) की सीतापुर जेल से रिहाई की सराहना की। उन्होंने इसे उनके और उनके परिवार के साथ-साथ न्याय के पक्षधर अन्य लोगों के लिए “राहत और खुशी की बात” बताया।
अखिलेश यादव ने X पर एक पोस्ट में लिखा, “माननीय आज़म खान जी की रिहाई न केवल उनके, उनके परिवार और हम सभी के लिए, बल्कि उन सभी लोगों के लिए भी राहत और खुशी की बात है, जिनका न्याय में विश्वास है।न्याय में विश्वास बनाए रखने के लिए अदालत का हार्दिक आभार।”
पार्टी अध्यक्ष ने ज़ोर देकर कहा कि आज़म खान (Azam Khan) ने भाजपा के खिलाफ सपा की लंबी लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने आगे वादा किया कि भविष्य में आने वाली समाजवादी पार्टी की सरकार आज़म खान के खिलाफ सभी “झूठे मुकदमे” वापस ले लेगी, ठीक उसी तरह जैसे भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमे वापस लिए गए हैं।
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उन्होंने सत्तारूढ़ भाजपा का हवाला देते हुए कहा कि आज़म खान के खिलाफ “फर्जी मुकदमे” दर्ज करने वालों को अब एहसास हो गया है कि “हर झूठ और हर साजिश की एक एक्सपायरी डेट होती है।” पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज़म खान “भावनात्मक एकता” के प्रतीक बने रहेंगे और उत्पीड़ितों और भुला दिए गए लोगों के साथ खड़े रहेंगे। पत्रकारों से बात करते हुए, अखिलेश यादव ने अदालत के प्रति अपनी सराहना दोहराई और उम्मीद जताई कि राज्य की भाजपा सरकार अब और “झूठे मामले” लाने से बचेगी।
उन्होंने कहा, “सपा प्रमुख आज़म खान जेल से रिहा हो गए। इसके लिए मैं अदालत का आभारी हूँ। समाजवादियों को भरोसा था कि अदालत न्याय करेगी। हमें उम्मीद है कि भाजपा भविष्य में अन्याय नहीं करेगी और न ही झूठे मुकदमे दायर करेगी।”
आज़म खान (Azam Khan) का स्वागत करने आए जसवंतनगर से छह बार विधायक और समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने भी उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की। उन्होंने आज़म खान को ज़मानत पर रिहा करने के अदालत के फैसले की सराहना की और दावा किया कि आज़म खान पर मनगढ़ंत आरोप लगा कर “फँसाया” गया था।
शिवपाल सिंह यादव ने कहा, “सरकार ने आज़म खान को झूठे मामलों में फँसाया।फिर भी, अदालत ने उन्हें कुछ मामलों में राहत दी है और उन्हें ज़मानत दी है। मैं इस फैसले की सराहना करता हूँ। उन पर कई झूठे आरोप लगाए गए थे। समाजवादी पार्टी उनके साथ है।” इसके अलावा, शिवपाल ने उन अफवाहों का खंडन किया कि आज़म खान बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में शामिल होंगे। उन्होंने कहा, “ये सभी बातें झूठी है। समाजवादी पार्टी पूरी तरह से उनके साथ है।”
लगभग 23 महीने की हिरासत के बाद, पूर्व मंत्री और रामपुर से दस बार विधायक रहे आजम खान को मंगलवार को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। अन्य आरोपों के अलावा, उन्हें क्वालिटी बार भूमि अतिक्रमण मामले में भी जेल में रखा गया था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उन पर 111 आपराधिक आरोप हैं, लेकिन उन्हें हर उस मामले में जमानत मिल गई है जिसमें उन्हें दोषी पाया गया था।
पुलिस ने स्थिति पर नज़र रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया क्योंकि आजम खान के बेटे अदीब सहित बड़ी संख्या में प्रशंसक उन्हें देखने के लिए सीतापुर जेल के बाहर जमा हो गए थे। खान को 2022 में पहले ही जमानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन अक्टूबर 2023 में उनके खिलाफ नए आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें वापस हिरासत में ले लिया गया। उनके वकील का कहना है कि बड़ी संख्या में मामले जिनमें से कई पहले ही वापस ले लिए गए हैं, खारिज कर दिए गए हैं या सुनवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं क्यूंकि सभी मामले राजनीति से प्रेरित थे।




